The Buddhist Society of India | भारतीय बौद्ध महासभा
यह संगठन भारत में बौद्ध धम्म के प्रचार और सामाजिक सुधार के लिए काम करता है और इसकी स्थापना भीमराव आंबेडकर (डॉ. बी. आर. आंबेडकर) ने की थी।
मुख्य जानकारी: स्थापना (1955): इसकी स्थापना 14 अक्टूबर 1956 (जिस दिन डॉ. आंबेडकर ने बौद्ध धम्म अपनाया) से पहले 1955 में हुई थी। यह संगठन भारतीय बौद्ध आंदोलन को संगठित करने के लिए बनाया गया था।
उद्देश्य: बौद्ध धम्म का प्रचार और शिक्षा देना। सामाजिक न्याय, समानता और दलितों के उत्थान के लिए काम करना। बौद्ध दर्शन के अनुसार समाज सुधार करना।
डॉ. आंबेडकर का योगदान: डॉ. आंबेडकर ने 1956 में नागपुर में लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धम्म अपनाया और इस संगठन को मजबूत किया। उन्होंने “द बुद्धा एंड हिज धम्म” (The Buddha and His Dhamma) जैसी पुस्तक लिखकर बौद्ध धम्म को आधुनिक संदर्भ में समझाया।
वर्तमान गतिविधियाँ: बौद्ध धम्म से जुड़े समारोह, धम्म दीक्षा कार्यक्रम और शिक्षण शिविर आयोजित करना। दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए काम करना। बौद्ध विहारों, स्कूलों और सामाजिक केंद्रों का निर्माण करना।
अन्य संबंधित संगठन: भारतीय बौद्ध महासभा (Bharatiya Bauddha Mahasabha) त्रिरत्न बौद्ध महासंगठन (Triratna Buddhist Sangha) दलित बौद्ध आंदोलन (Dalit Buddhist Movement)
यह संगठन आज भी भारत में बौद्ध धम्म और सामाजिक परिवर्तन के लिए सक्रिय है।